पुलिस के आश्वासन के बाद नही दी दलित नेताओं ने गिरफ्तारियां, बत्ता और टिंका पर भी धारा 302 लगाने की कि मांग

पुलिस के आश्वासन के बाद नही दी दलित नेताओं ने गिरफ्तारियां, बत्ता और टिंका पर भी धारा 302 लगाने की कि मांग

बीती 13 अप्रैल को फगवाड़ा के गोल चौंक में चौंक का नाम बदलने को लेकर हुई हिंसा का मामला कुछ दिन शांत रहने के बाद एक बार फिर से गर्माता हुआ नज़र आ रहा है। गौर हो कि दो दिन पहले दलित नंगल जरनैल नंगल ले सोमवार को एसपी कार्यालय में जाकर गिरफ्तारियां देने का ऐलान किया था क्योंकि उनका आरोप था कि इस मामले को लेकर पुलिस ने जनरल समाज के जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से दो लोगों को बहुत ही मामूली सी धारायों के साथ गिरफ्तार किया है जबिक उन पर भी धारा 302 लगनी चाहिए इसके साथ ही उनका आरोप था कि पुलिस द्वारा जो मामूली धारायों में दलित नेता गिरफ्तार किए गए है उनकी जमानत को पुलिस मिलिभुगत के चलते नही होने दे रही। इसके चलते दलित नेता जरनैल नंगल द्वारा आज अपने साथियों के साथ गिरफ्तारियां देने का ऐलान था, लेकिन शहर का माहौल शांत रहे इस लिए प्रशासन ने पहले ही चक्क हकीम श्री गुरू रविदास मंदिर में दलित नेताओं से बात की और वहीं पर मांग पत्र लेकर मामले को शांत कर दिया। हालांकि दलित नेताओं का कहना है कि प्रशासन ने मांगे मानने का आश्वासन दिया है ले कन दूसरी और प्रशासनिक कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नही है और हर दूसरे अधिकारी पर बात छोड़ रहे है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस पर क्या कारवाई करती है।