Youtube पर चल रहा था Sweety का काला धंधा, कपूरथला पुलिस ने किया पर्दाफाश

आरोपी को मध्यप्रदेश से किया गिरफ्तार

Youtube पर चल रहा था Sweety का काला धंधा, कपूरथला पुलिस ने किया पर्दाफाश

चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने शनिवार को एक बड़े अंतरराज्यीय ऑपरेशन में मध्यप्रदेश में अवैध हथियारों की सप्लाई के नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए मुख्य सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान बलजीत सिंह उर्फ स्वीटी सिंह निवासी जिला बड़वानी मध्य प्रदेश के तौर पर हुई है। 

 

 

पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि बड़वानी (एमपी) के गांव उमरती का निवासी स्वीटी सिंह उच्च गुणवत्ता वाले अवैध हथियारों के निर्माण और इनकी पंजाब व उत्तरी भारत के दूसरे राज्यों को सप्लाई करने में शामिल था। उन्होंने बताया कि कपूरथला पुलिस ने उसके पास से .32 बोर की तीन पिस्तौल और 3 मैगजीन बरामद कीं हैं। 

 

 

 

पंजाब पुलिस की ओर से 8 माह में बेनकाब किया गया अवैध हथियारों के निर्माण और सप्लाई में शामिल मध्य प्रदेश का तीसरा मॉड्यूल है। इससे पहले, अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने हथियारों की तस्करी में शामिल व्यक्तियों जो पंजाब में गैंगस्टरों, अपराधियों और कट्टरपंथियों को हथियार सप्लाई कर रहे थे, की गिरफ्तारी के साथ ऐसे दो मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इनमें एमपी की एक गैर कानूनी स्मॉल आर्म्स मैनुफेक्चरिंग यूनिट भी शामिल थी। 

 

चार लुटेरों को दबोचने के 10 दिन बाद मिली दूसरी सफलता

 

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख के नेतृत्व में कपूरथला पुलिस द्वारा किए गए ऑपरेशन में चार लुटेरों को 10 पिस्तौल और एक राइफल व गोली-सिक्के सहित गिरफ्तार किया था। इसके 10 दिन बाद ही यह सफलता हासिल हुई है। पकड़े गए लुटेरों ने खुलासा किया था कि वह मध्य प्रदेश के तस्कर स्वीटी सिंह से हथियारों की सप्लाई ले रहे थे। पेट्रोल पंप पर लूटपाट, किसानों से पैसे छीनने और डकैती जैसी वारदात की साजिश रच रहे थे। 

 

डीजीपी ने बताया कि इस जानकारी के आधार पर कपूरथला पुलिस ने स्वीटी सिंह के गिरफ्तारी वारंट हासिल किए और एमपी पुलिस के साथ तालमेल के बाद कपूरथला से एक विशेष पुलिस टीम को स्वीटी सिंह की गिरफ्तारी के लिए बड़वानी जिले में भेजा गया, जहां दोनों राज्यों की टीमों ने स्वीटी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि स्वीटी सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए नर्मदा नदी पार करके महाराष्ट्र की सीमा में दाखिल होने का प्रयास भी किया।

 

यू-ट्यूब चैनल के जरिये बेच रहे थे अवैध हथियार

एसएसपी खख ने बताया कि स्वीटी ने खुलासा किया कि वह और उसका बड़ा भाई सुमेर सिंह कई वर्षों से हथियारों के निर्माण और सप्लाई कारोबार में शामिल रहे हैं और ग्राहकों को लुभाने के लिए यू-ट्यूब सहित अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पिस्तौल की वीडियो अपलोड करते थे। इस तरह पंजाब के लूटपाट करने वाले मौजूदा मॉड्यूल ने उनसे संपर्क किया। प्राथमिक जांच में पता चला कि स्वीटी ‘आजाद ग्रुप मुंजर’ के नाम पर एक यू-ट्यूब चैनल चला रहा था, जिस पर वह अपने अवैध हथियारों के कारोबार को प्रफुल्लित करता था। जब खरीदार कीमत के बारे में पूछते थे तो यह ग्रुप अपना व्हाट्सएप नंबर साझा करता था। खख ने बताया कि स्वीटी ने खुलासा किया है कि उनके गांव उमरती में 40-45 के करीब घरों में से 20 से अधिक घर अवैध हथियारों के निर्माण और बिक्री के कारोबार में शामिल हैं।