किसानों के हक में बोलने पर भाज़पा नेता अनिल ज़ोशी पर भाज़पा हाईकमान की कारवाई

बीते दिनी ही ज़ारी हुआ था शोकाज़ नोटिस, नोटिस के 24 घंटे के अंदर ही कारवाई

किसानों के हक में बोलने पर भाज़पा नेता अनिल ज़ोशी पर भाज़पा हाईकमान की कारवाई

चंडीगढ़ : किसानों के हक में बोलना पंजाब के वरिष्ठ भाज़पा नेता अनिल जोशी को आखिर मंहगा पड़ ही गया और भाज़पा हाईकमान ने उन्हें छह वर्ष के लिए भाज़पा पार्टी से निष्कासित कर दिया।

 

गौर हो कि बीते दिनी ही भाज़पा के वरिष्ठ नेता अनिल जोशी द्वारा किसानी आंदोलन को लेकर किसानी हक की बात की गई थी। जिसके बाद भाज़पा हाईकमान द्वारा अनिल जोशी को शोकाज़ नोटिस ज़ारी कर दिया था जिसमें जोशी से पांच सवाल पूछे गए थे।

 

इस बारे में जब भाज़पा नेता अनिल जोशी से बात की गई तो उनका कहना है कि वह भाज़पा की प्रदेश ईकाई को सझमाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन इन्हें बात समझ नहीं आयी, इनका धन्यवाद। जोशी ने कहा कि पंजाब के किसान मर रहे हैं। दस महीनों से अधिक हो गए और वे धरने पर बैठे हैं। 200 से अधिक की मौत हो चुकी है। ऐसे में अपने राज्य के लोगों की बात सुनना क्या गुनाह है। जोशी ने कहा कि उन्होंने किसान बिलों को कभी गलत नहीं कहा। वह यही कहते रहे कि या किसानों को समझा लो या खुद समझ लो। लेकिन किसानों को मना कर उठा लो।

जोशी ने कहा कि जब वह सन् 2000 मंडल प्रधान बने थे और कांग्रेस सरकार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी का पुतला जलाने लगे थे। लेकिन उन्होंने ऐसा करने नहीं दिया। उनके भाई और उन्होंने पार्टी के लिए गोलियां भी खायी। मंत्री बने तो पार्टी के वर्कर को जाेड़ने के लिए दिन रात कम किया। लेकिन प्रदेश ईकाई ने एक झटके में उनकी तपस्या को खत्म कर दिया है।