कांग्रेस की पहली मीटिंग में ही नहीं दिखा कांग्रेसी वर्करों में जोश

होशियारपुर से उम्मीदवार ऐलाने ज़ाने के बाद पहली बार आई थी फगवाड़ा

कांग्रेस की पहली मीटिंग में ही नहीं दिखा कांग्रेसी वर्करों में जोश

लोकसभा चुनाव को लेकर जहां पूरे पंजाब में राज़नितिक पार्टियों का जोश देखने को मिल रहा है होशियारपुर लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस की पहली मीटिंग में ही कांग्रेस के वर्करों का जोश कम ही देखने को मिला।

 

गौर हो कि बीते दिनी होशियारपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार ऐलाने ज़ाने के बाद यामिनि गोमर पहली मरतबा फगवाड़ा आई थी, जहां पर फगवाड़ा कांग्रेस द्वारा यामिनि गोमर के लिए एक वर्कर मीटिंग का आयोजन किया गया।

 

लेकिन हैरानी की बात कि कांग्रेस की पहली बैठक में ही कांग्रेसी वर्करों का पहले जैसा जोश देखने को नहीं मिला। इतना ही नहीं जिस केज़ी रिर्सोट में पिछले समय में जब कांग्रेस की बैठकें होती थी तो वो एक रैली का रूप धारण करती थी, लेकिन आज़ उस केज़ी रिर्सोट के हाल का एक हिस्सा तो बिना कुर्सियों के ही रखा गया जिस एक हिस्से में कुर्सियां लगाई भी गई उस में भी ज्यादातार कुर्सियां खाली दिखाई दे रही थी।

 

कांग्रेस के अंदर की गुटबाज़ी भी झलकती दिखी

 

फगवाड़ा कांग्रेस की बैठक के दौरान जहां वर्करों में जोश की कमी दिखाई दी वहीं फगवाड़ा कांग्रेस के अंदर ही अंदर चल रही गुटबाज़ी भी बैठक के दौरान झलकती हुई दिखाई दे रही थी। कारण कि फगवाड़ा कांग्रेस के अंदर ही अंदर दो से तीन गुट बने हुए है हालांकि किसी समय फगवाड़ा कांग्रेस की गुटबाज़ी जग जाहिर होती थी लेकिन आज़कल वो गुटबाज़ी अंदर ही अंदर एक आग की तरह सुलगती रहती है जोकि किसी समय भी एक भयंकर आग का गोला बन सकती है।

 

वर्करों में जोश की कमी कैसे भरेंगी वोटरों में दम

 

कांग्रेस के वर्करों में जोश की जो कमी आज़ दिखाई दे रही है वो आने वाले समय में किस तरीके से वोटरों में दम भर पाएगी यह सवाल आज़ आम जनता में चर्चा का विषय बनी हुई है ।