नितिन गडक़री ने करवाया होशियारपुर-फगवाड़ा फोरलेन का काम शुरु

विकास को मिले नए पंख

नितिन गडक़री ने करवाया  होशियारपुर-फगवाड़ा फोरलेन का काम शुरु

 

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पंजाब के लोगों को सौगात देते हुए 29 प्रोजेक्टों का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इन पर करीब 4 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और होशियारपुर, जालंधर और आसपास के इलाकों के लोगों को इन प्रोजेक्टों से काफी लाभ होगा। इन प्रोजेक्टों में होशियारपुर से हृ॥ 703 ्र पर स्थित जालंधर-कपूरथला रोड के 40 करोड़ की लागत से तैयार हुए 9 किलोमीटर लंबा फोरलेन हिस्सा है। इसके अलावा हृ॥ 703 ्र पर ही स्थित जालंधर-मक्खू रोड पर 3 छोटे पुलों का मरम्मत होना शामिल है। नितिन गडकरी ने जालंधर-फगवाड़ा (हृ॥ 44) हाईवे पर स्थित दकोहा अंडरपास का उद़्घाटन किया।

 


फगवाड़ा व होशियारपुर बाईपास सहित फगवाड़ा होशियारपुर फोरलेन निर्माण का लोगों को बहुत लाभ होगा। फोरलेन निर्माण से फगवाड़ा होशियारपुर के मध्य 100 किलोमीटर प्रति घंटा हाई स्पीड कनेक्टिविटी प्रदान होगी और यात्रा समय एक घंटे से घटकर 30 मिनट का रह जाएगा। फगवाड़ा और होशियारपुर बाईपास निर्माण से शहरी क्षेत्र में भीड़ कम होगी और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (जीटी रोड) से होशियारपुर का सीधा संपर्क होगा। होशियारपुर-फगवाड़ा फोरलेन प्रोजैक्ट के कार्य को शुरु करवाकर केन्द्रीय परिवाहन मंत्री नितिन गडक़री ने यहां के विकास को नए पंख दिए हैं। जिसके बनने उपरांत होशियारपुर का विकास पहले से कहीं तेजी से होगा और आम जनता को भी इस मार्ग पर भारीभरकम ट्रैफिक से काफी राहत मिलेगी। यह विचार भाजपा जिला महामंत्री सुरेश भाटिया बिट्टू एवं सचिव अश्वनी गैंद ने श्री गडक़री का होशियारपुर पहुंचने पर स्वागत करने दौरान व्यक्त किए। इस मौके पर उन्होंने अपने सैकड़ों साथियों के साथ रैली में पहुंचकर भाग लिया और श्री गडक़री के विचार सुने।

 

 

इस मौके पर श्री भाटिया एवं गैंद ने कहा कि पंजाब में केन्द्र सरकार द्वारा 4 हजार करोड़ रुपये के राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाए जा रहे हैं तथा इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान का न पहुंचना यह दर्शाता है कि प्रदेश सरकार को जनता की भलाई एवं विकास के लिए चलाए जाने वाले प्रोजैक्टों से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि नितिन गडक़री के मार्ग दर्शन में देश में सडक़ों एवं पुलों का जाल बिछ रहा है तथा देश का हर कोना सडक़ मार्ग से जुड़ रहा है। इसके साथ ही कई दुर्गम क्षेत्र हैं जहां पर पहुंचना भी आज मुमकिन हो चुका है और यह सारा कुछ श्री गडक़री की दूरगामी सोच का ही परिणाम है, जिसके लिए वह उनका विशेष आभार व्यक्त करते हैं।