पंजाब में कोहरे का कहर, हर तरफ धुंध ही धुंध , रेड अलर्ट हुआ ज़ारी

ज़ाने क्या होता है यैलो, आरेंज और रेड अर्लट

पंजाब में कोहरे का कहर, हर तरफ धुंध ही धुंध , रेड अलर्ट हुआ ज़ारी

चंडीगढ़ : पंजाब व हरियाणा समेत उत्तर प्रदेश के अधिकतर राज्यों में घने कोहरे का कहर जारी है। पंजाब में लगातार दूसरे दिन कोहर के कारण पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 जख्मी हो गए। मोहाली में पति-पत्नी, जबकि गुरदासपुर में मां-बेटी की सड़क हादसे मे जान चली गई। वहीं, अमृतसर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मोगा जिले में तीन अलग-अलग जगह पर सड़क हादसे हुए। कपूरथला के ढिलवां में जालंधर-अमृतसर नेशनल हाईवे पर सुबह धुंध के कारण नौ वाहन आपस में टकरा गए। इसमें कुछ लोग जख्मी हो गए। सोमवार को भी राज्य में तीन लोगों की मौत हुई थी।

 

कोहरे के कारण अमृतसर में मंगलवार को दृश्यता जीरो पहुंच गई, जबकि पटियाला व लुधियाना में मात्र 10 मीटर और आदमपुर, बठिंडा व हलवारा में 50 मीटर से भी कम दृश्यता रही। इससे सड़क, रेल व हवाई यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कुआलालंपुर की दो उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि दिनभर 27 घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रि-शेड्यूल करना पड़ा। 

 

चार दिन के लिए कोहरे का रेड अलर्ट, वाहन चालकों के लिए एडवाइजरी

 

मौसम विभाग ने अगले चार दिन के लिए भी पंजाब में घना कोहरा छाए रहने की चेतावनी दी है। खासतौर से मंगलवार की तरह बुधवार को भी पंजाब में बेहद घने कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट 11 जिलों अमृतसर, तरनतारन, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, मोगा, बठिंडा, लुधियाना, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला के लिए जारी किया गया है। इन जिलों में दृश्यता जीरो रह सकती है। ऐसे में विभाग ने इन जिलों में लोगों को विशेष तौर से वाहन चलाते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी है। वहीं, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते नए साल का स्वागत घने कोहरे और बारिश के साथ हो सकता है।

 

 

आखिर क्या होता है मौसम विभाग का यह यैलो, आरेंज़ और रेड अलर्ट और कब ज़ारी होते है यह अलर्ट

 

 

येलो अलर्ट

 

येलो अलर्ट मौसम को लेकर खतरे की पहली घंटी है। मौसम विभाग जब येलो अलर्ट जारी करता है, ये सर्तक रहने की चेतावनी होती है। ऐसे में आपको अपने इलाके के मौसम पर नजर बनाए रखने के साथ सावधानियां बरतनी होती है। येलो अलर्ट जारी करने का मकसद वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है। इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम पर लगातार कड़ी नजर रखी जाती है।

 

ऑरेंज अलर्ट

मौसम ज्‍यादा खराब होने की स्थिति में येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। ऑरेंज अलर्ट जारी करने का मतलब होता है कि अब आपको सर्तक रहने के साथ इधर-उधर जाने से भी बचना चाहिए और अगर जाना जरूरी हो तो अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। इस अलर्ट के बाद मौसम के ख़राब होने की संभावना बढ़ जाती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है। इसलिए लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है। और इस प्रकार के अलर्ट की सूचना के बाद, जिन क्षेत्रों में खतरा ज्‍यादा मंडराता है, वहां रेस्‍क्‍यू प्लान तैयार रखना पड़ता है।

 

रेड अलर्ट

 

जब कभी तेज बारिश, चक्रवात या तूफान आने वाला होता है तो मौसम विभाग रेड अलर्ट जारी करता है। रेड अलर्ट जारी करने का मतलब होता है, आपको तमाम नियमों का पालन करना होगा और तब तक घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं, जब तक क‍ि स्थितियां पहले सामान्‍य नहीं हो जाती हैं। हालांकि, बेहद गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता रेड अलर्ट का मतलब होता है कि जान माल को क्षति पहुंच सकती है। बारिश के मौसम में अगर ये अलर्ट जारी हो तो इसका साफ संकेत होता है बाढ़, तूफान या नुकसानदेह बारिश की चेतावनी है, इसलिए जरूरी इंतजाम कर लेनी चाहिए।