नवरात्रों के दिनों में माँ के दरबार ज़ाने वाले भक्त जरूर पढ़े यह खबर

कोविड नियमों का करना होगा पालण, वैक्सीन की दोनों डोज़ के बाद ही करवा पाएंगे हवन

नवरात्रों के दिनों में माँ के दरबार ज़ाने वाले भक्त जरूर पढ़े यह खबर

हिमाचल : माँ के पावन नवरात्रे जोकि आज़ यानि कि सात अक्तूबर से शुरू हो गए है। माँ के इन पावन नवरात्रों में भक्तों के दिल की मंशा भी होती है कि वो माँ के दरबार में जाएं और वहां सीस निवा कर अपनी मनोकामना पूरी कर सकें। क्योंकि माँ के नवरात्रों के यह नौ दिन माँ के प्रिय दिनों और माँ की भक्ति के लिए खास माने ज़ाते है।

 

नवरात्रों के इन पावन दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश में स्थित शक्तिपीठों में तैयारियां पूरे ज़ोरों शोरों से कर ली गई है। लेकिन इसके साथ ही आपको यह भी बतां दे कि इस बार भी कोरोना नियमों का पूरी तरह से ख्याल रखना होगा।

 

नवरात्रों के चलते प्रशासन द्वारा तय किया गया है कि मां ज्वालाजी, मां बज्रेश्वरी और मां चामुंडा मंदिर सुबह चार बजे से रात को 10 बजे तक दर्शनों के लिए खुले रहेंगे। शक्तिपीठ श्री नयना देवी जी में नवरात्र पर मां की आरतियां बदली व्यवस्था के तहत होंगी। चार पहर की आरती शारदीय नवरात्रों में रात को 12 से 2 बजे के बीच होगी। दोपहर 12 से 12:30 बजे तक मध्यकालीन आरती और राजसी भोग के लिए मां का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। इस दौरान पुजारी ही मंदिर में रहेंगे। मध्यकालीन आरती के बाद फिर से रात 12 बजे तक मंदिर का द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। 

छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी में रात 11 से 12 बजे तक मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। श्रद्धालुओं को कोविड एसओपी के नियमों का पालन करना होगा।  जिला कांगड़ा में संबंधित उपमंडल अधिकारियों तथा उप पुलिस अधीक्षकों को श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।

 

 

इसके साथ ही आरती के समय मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित होगा। मंदिरों में भजन-कीर्तन, जागरण पर रोक रहेगी। हवन के लिए सामाजिक दूरी के साथ कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा। हवन में सम्मिलित होने वाले श्रद्धालुओं को कोविड वैक्सीन की डबल डोज का प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी होगा। मां चिंतपूर्णी के दर्शन के लिए पर्ची लेनी होगी।

 

 

 

मंदिर परिसर क्षेत्र में अस्थायी दुकानें नहीं खुल सकेंगी और सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जा सकेगा। मंदिर के कपाट रात को 11 से 12 बजे तक बंद रहेंगे। श्रद्धालुओं को मंदिर में बैठने, खड़े होने तथा इंतजार करने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में झंडा ले जाने की अनुमति नहीं होगी। पुजारी श्रद्धालुओं को न तो प्रसाद वितरित करेंगे और न ही मौली बांधेंगे। नवरात्र मेले के दौरान माता चिंतपूर्णी मंदिर परिसर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 7 से 14 अक्तूबर तक धारा 144 लागू रहेगी। मेला क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटा गया है। यहां करीब 350 पुलिस और होमगार्ड जवान तैनात होंगे।