फगवाड़ा में तहसीलदार के नाम पर चल रहा था रिश्वत का खेल

विजिलेंस ने किया एक को गिरफ्तार

फगवाड़ा में तहसीलदार के नाम पर चल रहा था रिश्वत का खेल

चंडीगढ़ : पंजाब सरकार के आदेश के बाद पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रखी है अपनी इस मुहिम के तहत ही विजिलेंस विभाग की टीम ने फगवाड़ा में तहसीलदार के नाम पर रिश्वत मांगने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है।

 

रिश्वत के आरोप में पकड़े गए युवक की पहचान प्रदीप कुमार, निवासी खलवाड़ा कॉलोनी, फगवाड़ा, ज़िला कपूरथला के तौर पर हुई है। उक्त युवक को विभाग के द्वारा तहसीलदार और मैनेजर फर्द केंद्र फगवाड़ा के नाम पर एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने के दोष अधीन गिरफ्तार किया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए राज्य विजीलैंस ब्यूरो के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम के विरुद्ध यह मुकद्दमा तहसील फगवाड़ा के गांव माधोपुर के निवासी मनजीत सिंह की तरफ से मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन में दर्ज करवाई गई ऑनलाइन शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। 

 

प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में दोष लगाया है कि उसकी पत्नी ने पैतृक जमीन के विरासती इंतकाल संबंधी एक दर्ख्वास्त तहसीलदार को दी है जिसने वह अर्जी संबंधित पटवारी को भेज दी है, परन्तु उपरोक्त मुलजिम इस केस में एक लाख रुपए की मांग कर रहा है क्योंकि उसने शिकायतकर्ता को काम पूरा करने का भरोसा देते हुए कहा है कि इस संबंधी तहसीलदार और फर्द केंद्र का मैनेजर एक लाख रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त मुलजिम की तरफ से पैसों की मांग करते समय आवाज की रिकार्डिंग भी कर ली जोकि उसने सबूत के तौर पर विजीलैंस ब्यूरो को सौंप दी। इस संबंधी विजीलैंस रेंज जालंधर ने शिकायत की पड़ताल करके शिकायतकर्ता की तरफ से लगाए दोषों को सही और ठीक पाया है। इस रिपोर्ट के आधार पर उक्त दोषी के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर रेंज में मुकद्दमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। मुलजिम को कल समर्थ अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे जांच जारी है।