नफरत की आग में एक बार फिर सुलग सकता है फगवाड़ा

नफरत की आग में एक बार फिर सुलग सकता है फगवाड़ा

13 अप्रैल 2018 से सुलगी नफरत की आग एक बार फिर पंजाब के फगवाड़ा शहर को अपना निशाना बना सकती है। गौर हो कि 13 अप्रैल को फगवाड़ा के गोल चौंक का नाम बदलने को लेकर जनरल समाज और दलित समाज में हिंसक टकराव हो गया था। जिसमें दलित समाज के एक नौज़वान की गोली लगने से मौत भी हो गई थी। जिसके बाद से दोनों समुदाय के लोगों में अंदर ही अंदर नफरत की आग सुलगती ही आ रही है। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा इस एक्ट में पुराने प्रवाधान को रखने की ही मंजूरी दे दी गई है जिसके विरोध मे जनरल समाज द्वारा 6 सितंबर को भारत बंद की काल दी गई है। जिसका सर्मथन करते हुए आज फगवाड़ा के जनरल समाज मंच ने भी एक बैठक कर छह सितंबर को फगवाड़ा बंद रखने का ऐलान किया है। वहीं जनरल समाज की बैठक के बाद दलित समुदाए के लोगों की भी एक बैठक की गई जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर किसी ने बंद रखनी है अपनी दुकानें तो रखे लेकिन अगर किसी ने जबरदस्ती उनकी दुकानें बंद करवाई तों इसको सहन नही किया जाएगा। इसके लिए ही चार सितंबर को वो एक मांग पत्र भी देने जा रहे है। इन बातों से एक बार फिर से फगवाड़ा में माहौल तनावपूर्ण होने के आसार बन गए है। जिसके चलते पुलिस के लिए एक बार फिर से फगवाड़ा बंद की काल गले की हड्‌डी बनती हुई नज़र आ रही है। अब देखना यह है कि पुलिस इस बंद को किस कदर शांत रख पाती है।