क्या पुलिस मुलाजिमों पर नही लागू होते ट्रैफिक रूल ?

क्या पुलिस मुलाजिमों पर नही लागू होते ट्रैफिक रूल ?

अमन गुप्ता जालंधर बेशक की इन दिनों जालंधर के पुलिस थाने में हुए बंब धमाकों के चलते पूरे शहर में हाईअर्लट कर रखा है और जगह जगह नाकाबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही है। लेकिन इन नाका बंदियों पर अकसर रूल तोड़ने वालों में जालंधर पुलिस के मुलाजिम होते है जो खाकी वर्दी के रौब में सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए नज़र आते है। इतना ही नहीं नाके पर खड़ी पुलिस द्वारा एक बार भी रोक कर इन पुलिस मुलाजिमों को पूछा नही जाता कि वो कौन है और कहां पर तैनात है। आज़कल भी जालंधर में एक पुलिस मुलाजिम का बुलेट मोटरसाईकल चर्चा का विषय बना हुआ है जोकि शहर में कानून की धज्जियां उड़ाता हुआ सरेआम बिना नंबर प्लेट के घूमता है। इतना ही नही इस मोटरसाईकल को भी किसी नाकाबंदी पर नही रोका जाता, जिस से साफ ज़ाहिर है कि पुलिस ने बंब हमले और कल के पुलिस मुलाजिम की माता के कत्ल के बाद भी गंभीर नही है। कारण कि अगर पिछले रिकार्ड देखें जाए चाहे वो आतंकवाद के समय के हो या फिर मौजूदा समय के कई ऐसे हमले हुए है जिनमें हमला करने वाले पुलिस की या फिर सेना की वर्दी की आड़ में आकर हमला कर गए। ऐसे में अगर खाकी वर्दी पहने मुलाजिमों को रोक कर उनकी जांच नही की जाती तो कोई भी व्यक्ति खाकी वर्दी की आड़ मे बिना नंबर का वाहन शहर में घुमा कर किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है।