दिल्ली पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री , भाज़पा को लिया लंबे हाथ

अरविंद केज़रीवाल के परिवार के संग की मुलाकात

दिल्ली पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री , भाज़पा को लिया लंबे हाथ

बीती देर रात को Ed द्वारा आम आदमी पार्टी के सुप्रीमों और दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया था जिसके बाद से ही पंजाब में भाज़पा के खिलाफ आम आदमी पार्टी के वर्करों को गुस्सा फूटना शुरू हो गया था। जिसके बाद ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान दिल्ली के लिए रवाना हो गए व दिल्ली में ज़ाकर उन्होंने अरविंद केज़रीवाल के परिवार के साथ मुलाकात की। परिवार से मुलाकात के उपरांत मीडिया को संबोधन करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री ने भाज़पा पर जमकर अपनी भड़ास निकाली।

 

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि देश में कई सालों से जांच एजेंसियों को एक हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर विपक्ष का कोई भी नेता भाजपा के जुल्म के खिलाफ बोलता है तो उसके घर सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स वाले आते हैं। आज देश में अघोषित आपातकाल की तरह हालात हो गए हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी कहे थे कि अघोषित आपातकाल जैसे हालात हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां राज्यपालों के जरिए तंग किया जा रहा है। पंजाब भी इससे पीड़ित है। केरल के मुख्यमंत्री भी राज्यपाल के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर चुके हैं। तमिलनाडु के राज्यपाल बजट सत्र में राज्य सरकार का लिखा भाषण ही नहीं पढ़ते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रोज तंग किया जा रहा है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जब भी कोई काम करते हैं तो एलजी टांग अड़ाते हैं। सुप्रीम कोर्ट के जरिए सरकार चलानी पड़ रही है। पंजाब सरकार खुद आरडीएफ के पैसे के लिए सुप्रीम कोर्ट गई है। पंजाब का 5,500 करोड़ रुपये रुलर डेवलपमेंट फंड का केंद्र सरकार ने रोका हुआ है। हमारा नेशनल हेल्थ मिशन का पैसा रोका हुआ है। करीब 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का पैसा पंजाब का रोका हुआ है। हम कोई भीख नहीं मांग रहे हैं। पंजाब के टैक्स का पैसा है, पंजाब के लोगों के हिस्से का पैसा है।

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि बजट सत्र रोकने पर मुझे राज्यपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। केरल, तमिलनाडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री सुप्रीम कोर्ट में हैं। सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने कहा कि अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार दिल्ली सरकार के पास होना चाहिए। लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने पांच जजों के बैंच का फैसला नहीं माना और अध्यादेश लाकर फैसला पलट दिया कि अरविंद केजरीवाल को काम नहीं करने देंगे। देश में स्वास्थ्य क्रांति लाकर दिल्ली में अस्पताल बनाने वाले सत्येंद्र जैन आज जेल में हैं। दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाकर निजी स्कूलों से बढ़िया सरकारी स्कूल बनाने वाले मनीष सिसोदिया जेल में हैं। आज सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे आईआईटी, एमबीबीएस में क्वालिफाई कर रहे हैं। राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलने वाला संजय सिंह अंदर है। अब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। कोई पत्रकार कुछ बोल दे दो जेल में भेज देते हैं। कोई यूट्यूबर कुछ कह दे तो उसके खिलाफ कानून लेकर आ गए कि आपका कंटेट भड़काऊ है। यह हेट स्पीच के दायरे में आता है। जबकि सबसे ज्यादा हेट स्पीच तो बीजेपी वाले देते हैं। देश में लोकतंत्र कहां बचा है?

 

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि हम तो काम की राजनीति करते हैं, नाम की राजनीति नहीं करते हैं। पंजाब का मुख्यमंत्री बने दो साल हो गए हैं। इन दो सालों में मैं 43 हजार सरकारी नौकरी देकर खड़ा हूं। दो साल में हमने 829 आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक बना दिए। अब तक सवा करोड़ से ज्यादा लोग इलाज कराकर ठीक हो जा चुके हैं। इन मोहल्ला क्लीनिक को बंद कराने के लिए नेशनल हेल्थ मिशन का पैसा रोक रखा है। 26 जनवरी की परेड में पंजाब की झांकी ही नहीं हुई। आजादी में 80 फीसदी योगदान हमारे पुरखों का है, हमारे पुरखों ने कुर्बानियां दी। क्या ये 15 अगस्त और 26 जनवरी पंजाब के बिना मना लेंगे। पंजाब की झांकी में शहीद भगत सिंह, करतार सिंह सराभा, लाला लाजपत राय, जलियावाला बाग कांड शामिल था। इस झांकी को रिजेक्ट करने वाले ये कौन होते हैं? ये भगत सिंह से बड़े हो गए? जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी, ये लोग उनके ही खिलाफ खड़े हो गए हैं। अगर इनका बस चले तो ये राष्ट्रगान जन, गण मन से पंजाब का नाम निकाल देंगे। ये लोग पंजाब से इतनी नफरत करते हैं। पंजाब पूरे देश का पेट पालता है। पंजाब का पाकिस्तान के साथ 532 किलोमीटर का बॉर्डर है। आज पंजाब के लड़के देश की सीमाओं पर सीना तान के खड़े हैं। दुश्मन की तरफ से कोई गोली आती है। सबसे पहले पंजाबियों का सीना है।

उन्होंने कहा कि हम पहले से ही कह रहे थे कि ये लोग अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करेंगे, सिर्फ बहाना ढ़ूंढ रहे हैं। ये चाहते हैं कि विपक्ष का कोई भी नेता लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं कर पाए। ये चुनाव जीतना नहीं, बल्कि छीनना चाहते हैं। रूस में व्लादिमिर पुतीन 88 फीसदी वोट लेकर 2030 तक राष्टपति बन गए। वह 2040 तक भी बने रहेंगे। और बाकी बचे 12 फीसदी वोट खराब हुए हैं, वहां उनके खिलाफ कोई वोट नहीं डाल सकता है। ये भी तो पुतीन के रास्ते पर ही चल रहे हैं। तानाशाही के रास्ते के पर चल रहे हैं। रात को आठ बजे आओ और एक चुने हुए मुख्यमंत्री को ले जाओ। बाद में रिमांड मांगते रहेंगे। अरविंद केजरीवाल देशभक्त हैं। उनको पैसा ही कमाना होता तो अपनी आईआरएस की नौकरी क्यों छोड़ते? साधु को सब साधु लगते हैं और चोर को चोर लगते हैं। इलेक्टोरल बांड में ये लोग कहते हैं कि ये तो चंदा है। लेकिन कोई अच्छा काम करे तो कहते हैं कि ये तेरा धंधा है।