48 घंटे बाद भी हवाई फायर कर दहशत फैलाने वाले अमीरज़ादे को फगवाड़ा पुलिस नहीं कर पाई गिरफ्तार

क्या पुलिस मेहरबान है या फिर दाल में कुछ काला काला तो नहीं

48 घंटे बाद भी हवाई फायर कर दहशत फैलाने वाले अमीरज़ादे को फगवाड़ा पुलिस नहीं कर पाई गिरफ्तार

फगवाड़ा : 48 घंटे पहले फगवाड़ा के भीड़ भाड़ वाले और शहर के मुख्य गौशाला बाज़ार में हुई फायरिंग मामले में आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नही कर पाई है। जिस के चलते पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल ऊठ रहे है।

गौर हो कि 8 नवंबर की देर रात को शहर के सबसे भीड़ भाड़ वाले ईलाके गौशाला बाज़ार के पास स्थित एक कपड़े की मशहूर दुकान एकम क्लैक्शन के मालिक के बेटे हरप्रीत गांधी द्वारा एक युवक पर और हवा में फायर कर दहशत का माहौल बना दिया था। क्योंकि मामला हाईप्रोफाईल परिवार से जुड़ा हुआ था जिसके चलते पहले ही दिन रात को अटकलों का बाज़ार गर्म हो चुका था कि हाईप्रोफाईल परिवार होने की वज़ह से पुलिस की कार्यवाही पर सवालिया चिन्ह लग सकता है। लेकिन पुलिस ने हाईप्रोफार्इल मामलें में भी पूरी जांच कर दुकान मालिक के बेटे हरप्रीत गांधी पर मामला दर्ज कर लिया, लेकिन साथ ही ब्यान दे दिया गया कि फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार नही किया गया है।

लेकिन 48 घंटे बाद भी पुलिस द्वारा आरोपी का पकड़े ना ज़ाना पुलिस की कारवाई पर सवालिया चिन्ह लगा रहा है, कारण कि जिस वक्त युवक ने गोली कांड को अंजाम दिया उस वक्त से लेकर पुलिस के मौके पर पहुंचने तक आरोपी हरप्रीत गांधी मौका स्थल पर ही मौजूद रहा, इतना ही नहीं थाना सिटी के प्रभारी के सामने ही युवक आराम से ईधर ऊधर घूमता तो दिखाई दे ही रहा था सूत्रों की मानें तो युवक खुद मौके पर कह भी रहा था कि उसने ही गोली चलाई है।

 

इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो इसके बाद पुलिस आरोपी युवक को अपने साथ थाने भी ले गई जहां सूत्रों की मानें तो रात करीब दो बज़े तक युवक अपने समर्थकों के साथ थाने में ही मौजूद रहा, जिसके चलते पुलिस की कार्यवाही पर सवालिया चिन्ह यह लगता है कि अगर आरोपी दोषी था तो उसे थाने में से ज़ाने क्यों दिया क्या कोई हाईप्रोफाईल प्रैशर था या फिर दाल में कुछ काला काला था। क्योंकि अकसर देखा जाता है कि जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंचती है तो जिस पर आरोप लगते है उसे पकड़ कर थाने लेकर आती है बेशक की पूछताछ बाद में करनी है हो लेकिन इस हाईप्रोफाईल मामले में पुलिस के सामने आरोपी युवक आराम से घूमता हुआ ऩज़र आ रहा था लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने उसे क्यों नही काबू किया इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो मौका स्थल से भी आरोपी युवक पुलिस की ज़ीप मे बैठ कर नहीं गया बल्कि अपने निज़ी वाहन पर सवार होकर गया था।

 

पुलिस की कुछ इस तरह की प्रणाली को देखते हुए शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि मामला हाईप्रोफाईल होन के कारण दाल में कुछ काला काला तो जरूर लग रहा है, क्योंकि 48 घंटे बीत ज़ाने के बाद यह सस्पैंस भी बरकरार है कि आखिर लड़ाई हुई किस वज़ह से है।a