दिल्ली में संविधान जलाने वालों का अम्बेडकर सेना मूल निवासी ने फगवाड़ा में फूंका पुतला

दिल्ली में संविधान जलाने वालों का अम्बेडकर सेना मूल निवासी ने फगवाड़ा में फूंका पुतला

बीती 9 अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर मोदी सरकार की तरफ से संसद में एस.सी./एस.टी. एक्ट संबंधी पास किये गये विधेयक विरोधी प्रदर्शन के दौरान भारतीय संविधान को जलाने वाले शरारती तत्वों का आज अम्बेडकर सेना मूल निवासी ने फगवाड़ा में पुतला फूंका। अंबेडकर सेना के पंजाब प्रधान हरभजन सुमन के नेतृत्व में किये पुतला फूक प्रदर्शन के बाद एस.पी. फगवाड़ा मनदीप सिंह को एक ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग भी की गई। इस अवसर पर पत्नकारों से बातचीत करते हुए हरभजन सुमन ने कहा कि भारत का संविधान लोकतंत्न का सम्मानीय ग्रंथ है जिसकी बेअदबी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डा. बी.आर. अम्बेडकर ने इस संविधान द्वारा ही देश के करोडों दलितों को बराबरता का अधिकार ले कर दिया है। हद तो यह है कि मनुवादी ताकतों ने प्रदर्शन के दौरान बाबा साहब बारे भद्दी शब्दावली प्रयोग कर मुर्दाबाद के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि मोदी राज में आर.एस.एस. और दलित विरोधी ताकतें नहीं चाहतीं कि दलित समाज सम्मान के साथ जीवन व्यतीत कर सके। यह लोग आज भी दलितों को गुलाम बना कर रखना चाहते हैं लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि एस.पी. फगवाड़ा को ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की माँग की गई है परन्तु यदि दिल्ली में संविधान जलाने और बाबा साहब की शान के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करकार्यवाही न की गई तो बड़ा आंदोलन शुरू किया जायेगा। जिससे पैदा होने वाले हालात की जिम्मेवारी पुलिस व प्रशासन की होगी। इस अवसर पर हैपी कौल, भंते विमल कीर्ति, भारत, दीपक, डा. जगदीश, पवन बद्धन, संदीप कौलसर, मनी, दीपा, अशोक खोथड़ां, धर्मवीर, शशि बंगड़, जस्सी पहलवान, कमल हाकूपुरा आदि उपस्थित थे।