जालंधर के गोराया में अनोखी ठगी, शातिरों ने हाईटेक तरीके से ATM से निकाले पैसे

साईबर सैल की जांच के बाद गोराया में हुआ मामला दर्ज

जालंधर के गोराया में अनोखी ठगी, शातिरों ने हाईटेक तरीके से ATM से निकाले पैसे

गोराया / जतिन शर्मा

 

 

 

अकसर ही देखा जाता है कि चोर या लूटेरे बैंक के एटीएम से पैसे लूटने के लिए एटीएम को नुकसान पहुंचा कर वारदात को अंजाम देते है। लेकिन जिला जालंधर के गोराया शहर में एक ऐसी वारदात को अंजाम दिया जिसे सुन पहले तो बैंक अधिकारियों के भी होश ऊड़ गए। इस ठगी में आरोपियों ने करीब एक लाख रूपए की ठगी बैंक से की है।

 

 

मामला है जालंधर के गांव संग ढेसियां का जहां पर स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के एटीएम  में जाकर कार्ड स्वाइप करते और जैसे ही रुपए बाहर निकलते, तुरंत मशीन की बिजली सप्लाई बंद कर देते। इससे पैसे की निकासी अकाउंट में दर्ज नहीं होती या फिर ATM इस ट्रांजेक्शन को अनसक्सेसफुल मानकर पैसा उनके खाते में लौटा देती। पुलिस के साइबर सैल ने इसकी जांच की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद गोराया थाने में हरियाणा के 3 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

 

गोराया पुलिस को दी शिकायत में पंजाब एंड सिंध बैंक के मैनेजर कपिल देव ने बताया कि उनकी ब्रांच में ATM लगा है। जब भी लोग ATM से पैसे निकालते हैं तो उसे मशीन के भीतर की बकाया रकम के साथ मिलाया जाता है। कुछ दिन पहले एक हफ्ते बाद पैसों को मिलाया गया तो मशीन में कम पैसे निकले। उन्हें शक हुआ कि इसमें कोई गड़बड़ी हो रही है। उन्होंने ATM में लगे CCTV कैमरे की फुटेज चैक की तो देखा कि अंदर 2-3 लोग मशीन के साथ छेड़छाड़ करते हैं। वह ATM से पैसे निकलवाने के तुरंत बाद बिजली सप्लाई बंद कर देते हैं।

 

 

ऐसे करते थे गड़बड़ी

 

ATM से पैसे निकलवाने के बाद जैसे ही रुपए निकलते तो वो उसकी बिजली सप्लाई बंद कर देते थे। इससे ATM से कैश तो निकल जाता लेकिन उसकी एंट्री बैंक अकाउंट में नहीं होती या फिर ATM में यह एंट्री दर्ज नहीं होती, मतलब रुपए निकलने के बावजूद ATM निकाले हुए रुपए की एंट्री वापस बैंक खाते में कर देता था कि पैसे नहीं निकले।

 

हरियाणा के निकले ठग, करीब एक लाख रुपए की लगाई चपत

 

शिकायत मिलने के बाद पुलिस के साइबर सैल ने इसकी जांच की तो पता चला कि इस काम में हरियाणा के मेवात के अरशिदा, फरीदाबाद का नसीम खान और मेवात का मुहम्मद इब्राहिम शामिल हैं। इन लोगों ने अलग-अलग समय में इस तरीके से करीब एक लाख रुपए निकलवाए। पुलिस जांच में भी यही पता चला कि यह आरोपी ATM कार्ड स्वाइप करने के बाद पैसे निकलते ही मशीन को बंद कर देते। जिससे पैसे तो निकल जाते लेकिन अचानक बिजली सप्लाई बंद होने से ATM इस ट्रांजेक्शन को अधूरा मानकर उन पैसों की एंट्री वापस बैंक खाते में कर देती।