हरिद्वार में अपने अपनों की अस्थियां लेकर ज़ाने वाले और कांवड़ यात्रा ज़ाने वाले यह खबर जरूर पढ़े

कोरोना का खतरा टला नहीं लेकिन फिर भी हरिद्वार में रोजाना हजारों की संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं।

हरिद्वार में अपने अपनों की अस्थियां लेकर ज़ाने वाले और कांवड़ यात्रा ज़ाने वाले यह खबर जरूर पढ़े

हरिद्वार : बेशक की पूरे देश में कोरोना के मामले फिलहाल कम हो गए है लेकिन इसका खतरा अभी फिलहाल टला नहीं है। कोरोना के इस बरकरार खतरे को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने एक बड़ा ऐलान किया है।

 

जिसके चलते अब हरिद्वार में अपने अपनों की यदि अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने हरिद्वार ज़ाते है तो अपनी कोविड जांच की 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट जरूरी लेकर ज़ानी होगी। इसके साथ ही यदि वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं और प्रमाणपत्र है तो निगेटिव रिपोर्ट की फिर जरूरत नहीं होगी। लेकिन इसके साथ ही हरिद्वार में आने वाले लोगों को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण भी करवाना जरूरी होगा। जिलाधिकारी ने मंगलवार को कोविड कर्फ्यू की एसओपी जारी कर दी है। एसपीओ छह अगस्त की सुबह छह बजे तक लागू होगी।

 

 

 

 

गौर हो कि उत्तर भारत के राज्यों से लोग अपने अपनों की अस्थियां विसर्जन के लिए हरिद्वार आते हैं। सावन में कांवडिए भी पुलिस को चकमा देकर ट्रेनों और बसों से हरिद्वार पहुंच रहे हैं। जिसके चलते हरिद्वार में प्रवेश करने वाले बाहरी राज्यों के लोगों के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और पोर्टल पर पंजीकरण को प्रशासन द्वारा जरूरी किया गया है।

प्रशासन के इस पोर्टल  http.//smartcitydehradun.uk.gov.in पर पंजीकरण जरूरी होगा। 

 

 

कांवड़ यात्रा रद्द होने के बाद भी ज़ा रहे शिव भक्तों को बार्डर से भेज़ा वापिस

 

कोरोना के चलते ही हरिद्वार प्रशासन द्वारा इस बार भी कांवड़ यात्रा को रद्द किया गया है लेकिन बावजूद इसके कोरोना से बेखौफ शिव भक्त पुलिस को चकमा देकर हरिद्वार में पहुंच रहे है।

 

जिसके चलते ही पुलिस प्रशासन का सबसे अधिक ध्यान यूपी से सटी सीमाओं पर है। कांवड़ यात्रा लेने के लिए बाहरी राज्यों के लोग जिले की सीमा में प्रवेश न करें, इसके लिए बॉर्डर पर गहन चेकिंग के निर्देश गए हैं। पुलिस अधिकारी बॉर्डरों पर खुद नजर रखे हैं। इसके चलते ही मंगलवार को नारसन बॉर्डर से करीब 400 वाहनों को वापस लौटा दिया, जबकि भगवानपुर क्षेत्र के मंडावर और काली नदी चेकपोस्ट पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा। पुलिस ने करीब 150 वाहनों को वापस लौटाया। उधर, खानपुर क्षेत्र में पुलिस ने बॉर्डरों पर 50 से अधिक वाहनों को वापस लौटाया।