लोक सभा चुनाव से पहले जालंधर देहाती भाज़पा में हो ना जाए धमाका
अंदर ही अंदर नए जिला प्रधान से कई वर्कर और नेता नाराज़

जालंधर / हनेश मेहता
पंजाब का लोक सभा हलका जालंधर जहां आने वाले समय में लोक सभा सांसद के लिए उपचुनाव होने ज़ा रहे है कारण कि बीते समय में राहुल गांधी द्वारा निकाली गई भारत ज़ोड़ो यात्रा के दौरान जालंधर से लोक सभा सांसद चौधरी संतोख सिंह का देहांत हो गया था। जिसके चलते आने वाले समय में जालंधर लोक सभा सीट के लिए उपचुनाव करवाएं जाएंगे।
हालांकि चुनाव की तारीख घोषित हुई नही है लेकिन करीब करीब हर पार्टी ने अंदर ही अंदर इस चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने तो सोमवार को इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार के तौर पर करमजीत चौधरी का नाम भी घोषित कर दिया है करमजीत चौधरी दिवंगत चौधरी संतोख सिंह की ही पत्नी है।
लेकिन जालंधर लोकसभा के अहम हलके फिल्लौर की अगर बात की जाए तो फिल्लौर की रज़निति इन दिनों कुछ ज्यादा ही गर्माई हुई है कारण कि बीते दिनी भाज़पा ने अपने जालंधर देहाती के लिए जिला प्रधान का नाम घोषित किया गया, जोकि फिल्लौर हलके के रहने वाले है।
लेकिन जिला प्रधान द्वारा जैसे ही अपने हलके की टीम की घोषणा की तो आनन फानन में जिला प्रधान साहिब कुछ ऐसा कर बैठे कि अंदर ही अंदर एक आग भाज़पा में सुलगनी शुरू हो गई, जिसमें कई कार्यकत्ता भाज़पा के सूत्रों की मानें तो जिला प्रधान से नाराज़ भी हो गए। जिस से ईलाके में चर्चा बनी हुई है कि कहीं आने वाले दिनों में चुनाव से पहले ही भाज़पा में कोई गड़बढ़ ना हो जाए।
हालांकि जब जिला प्रधान को पता चला कि वो बड़ी बड़ी गलतियां कर बैठे है तो उन्होंने अपनी गलती को सुधारने के लिए कुछ बड़े और भाज़पा के पुराने नेताओं का सहारा भी लिया है जोकि काफी हद तक नतीज़े पर पहुंच भी चुके है। लेकिन जिला प्रधान के इस कदम से भाज़पा के कई नेता अंदर ही अंदर अभी भी नाराज़ है हालांकि वो पार्टी में पुराने होने के कारण और पार्टी के लिए अपनी ज़ान तक दे देने वाले जज्बे के कारण चुप बैठे है।
नाराज़ होने वाले मंडलो में गोराया और अपरा प्रमुख तौर पर
जिला प्रधान की इस गलती के कारण हलके के जो मंडल जिला प्रधान से नाराज़ हुए है उनमें से गोराया और अपरा मंडल मुख्य तौर पर माना ज़ा रहा है पार्टी सूत्रों की मानें तो उन लोगों को मनाने के लिए जिला प्रधान को काफी जद्दोजहद का सामना भी करना पड़ रहा है।