आठवीं फेल नटवार लाल ने ज़ाली मेल के जरिए मांगी सुरक्षा, शक होने पर की जांच तो मामला आया सामने

गोराया पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, पुलिस की गिरफ़्त में बिगड़ी हालत करवाया हस्पताल दाखिल

आठवीं फेल नटवार लाल ने ज़ाली मेल के जरिए मांगी सुरक्षा, शक होने पर की जांच तो मामला आया सामने
आठवीं फेल नटवार लाल ने ज़ाली मेल के जरिए मांगी सुरक्षा, शक होने पर की जांच तो मामला आया सामने
आठवीं फेल नटवार लाल ने ज़ाली मेल के जरिए मांगी सुरक्षा, शक होने पर की जांच तो मामला आया सामने

जालंधर : जिला जालंधर की देहाती पुलिस ने एक आठवीं फेल जालसाज़ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जिसकी पहचान गजराज गुज्जर को के तौर पर हुई है। जोकि खुद को VIP बता कर पुलिस से सुरक्षा ले रहा था। जालंधर देहाती की गोराया पुलिस द्वारा पकड़ा गया आरोपी गज़राज़ गुज्जर पंजाब से पहले उत्तर प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान में पुलिस को धोखा देकर पुलिस सिक्योरिटी व VIP मेहमान नवाजी का आनंद उठाता रहा है। जिसके बाद अब वो पंजाब में भी यह तरीका अपनाने ज़ा रहा था लेकिन जालंधर देहाती की होशियार पुलिस के सामने उक्त नटवरलाल की नौसरबाज़ी नही चल सकी।

 

गोराया के मशहूर होटल में ठहरना था आरोपी ने , रात रूकने का भी भेज़ा था टूर प्रोग्राम

 

फिल्लौर के एसीपी सोहिल कासिम मीर ने बताया कि कंट्रोल रूम के माध्यम से गुज्जर ने अपना रूट प्रो्ग्राम गोराया के होटल स्टेला में रूकने का भेज़ा हुआ था जहां पर उसके नाम से कमरा भी गुक था। इसके साथ ही गुज्जर ने अपने आप को युवा मंच हिंदू परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारत सरकार के राशन वितरण और सलाहकार समिति का पूर्व सदस्य बता कर गोराया के उक्त होटल में रात रूकने का प्रोग्राम बनाया हुआ था। लेकिन जब सुरक्षा की जांच करने के लिए थाना मुखी गोराया उक्त स्थान पर पहुंचे तो उनको शक हुआ तो उन्होंने मामला आला अधिकारियों के ध्यान में लाया। जिसके बाद पूछताछ में गुज्जर ने कहा कि वह साउथ दिल्ली डॉक्टर अंबेडकर नगर के खानपुर गांव का रहने वाला है। वह राष्ट्रीय युवा मंच हिंदू परिषद का प्रेजिडेंट है।

 

 

वीआईपी होने का नही दिखा पाया कोई पुख्ता सबूत

 

शक होने के बाद जब गोराया थाना प्रभारी ने उक्त नटवर लाल से उसका पहचान पत्र दिखाने को कहा तो वो कोई वीआईपी पहचान पत्र न दिखा सका। इसके साथ ही ना तो वो कोई सिक्योरिटी की परमिशन दिखा पाया जबकि गुज्जर ने कहा था कि उसको सुप्रीम कोर्ट व दिल्ली हाईकोर्ट से VIP सिक्योरिटी मिली हुई है। इतना ही नही जिस फॉर्च्यूनर गाड़ी नंबर UP14BQ-0100 में वीआईपी नटवर लाल पंजाब आया था उसके भी कोई दस्तावेज़ वो दिखा नहीं पाया।

 

इन धारायों के तहत हुआ मामला दर्ज

 

गोराया  पुलिस ने ज़ाली वीआईपी नटवर लाल के खिलाफ IPC की धारा 419, 420, 465,467,468,471 और IT एक्ट की धारा 88 (D) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

 

2015 से कर रहा फ्रॉड, UP, हरियाणा व राजस्थान से भी लेता था सिक्योरिटी

गजराज सिंह गुज्जर से पूछताछ में पता चला है कि वह साल 2015 से इसी तरह फ्रॉड कर सरकारी सिक्योरिटी लेता रहा है। अब तक वह उत्तर प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान में ऐसा कर चुका है। अब पंजाब में भी फर्जी VIP बन सिक्योरिटी लेना चाहता था। वहीं सूत्रों से मिली ज़ानकारी के अनुसार सामने आया है कि गजराज गुज्जर को 10 महीने पहले राजस्थान के भरतपुर में पकड़ा गया था। तब वहां SP, कलेक्टर व DGP को मेल भेजकर उसने सिक्योरिटी मांगी थी। मेल में गलतियां देख पुलिस को शक हुआ और सिक्योरिटी देने के नाम पर उसे UP बॉर्डर से पकड़ लिया गया था। तब यह भी पता चला था कि उसने इस काम के लिए अपना PA रखा हुआ था।

 

गोराया पुलिस की पकड़ में आने के बाद हुआ बीमार करवाया गया हस्पताल में दाखिल

 

अपने आप को वीआईपी बताकर पुलिस से सुरक्षा की मांग करने वाले नटवर लाल यानि की गज़राज गुज्जर की हालत पुलिस हिरासत में एक रात रहने के बाद ही बिगड़ गई जिसके बाद गोराया पुलिस द्वारा उसे गोराया के एक नज़दीकी हस्पताल में दाखिल करवाया गया जिसके बाद बताया जा रहा है हालत खराब होते देख उसे जालंधर के हस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया ।

 

आखिर क्यों आया था नौसरबाज़ गोराया और किसके साथ की थी मुलाकात

 

गोराया पुलिस द्वारा पकड़ा गया उक्त ज़ाली वीआईपी गज़राज़ गुज्जर का गोराया आने का राज़ पकड़े ज़ाने के बाद भी राज़ ही बना हुआ है कि आखिर वो दिल्ली से गोराया कैसे और किसके पास आया, वहीं चर्चा का बाज़ार गर्म है कि उक्त नटवार लाल गोराया में एक रईसज़ादे के घर पर भी गया था लेकिन उस बात को फिलहाल दबाया ज़ा रहा है।